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समुद्री मोती ( कर्क राशि )

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विशेष राशि – कर्क राशि

प्राकृतिक मोती चंद्र ग्रह से संबंधित है और यह मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और सौंदर्य को बढ़ाता है। यह मन को शांत और स्थिर करता है।

प्रमुख विशेषताएं:

  • तनाव और चिंता को कम करता है

  • सौम्यता और शुद्धता का प्रतीक है

  • नींद संबंधी समस्याओं में लाभदायक

उपयोग कैसे करें:
मोती को चांदी की अंगूठी में सोमवार के दिन, कनिष्ठा उंगली में पहनें।

 

समुद्री मोती (प्राकृतिक मोती) – कर्क राशि

मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन का दिव्य रत्न

परिचय:
समुद्री मोती, जिसे प्राकृतिक मोती या शुद्ध मोती भी कहा जाता है, चंद्र ग्रह से संबंधित एक अत्यंत शुभ और प्रभावशाली रत्न है। यह समुद्र में पाए जाने वाले जीव ‘मोलस्क’ से उत्पन्न होता है, जो इसे एक प्राकृतिक, जैविक रत्न बनाता है। मोती का श्वेत और चमकदार स्वरूप न केवल इसे आकर्षक बनाता है, बल्कि यह सौंदर्य, सौम्यता, मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन का प्रतीक भी है। ज्योतिष शास्त्र में मोती को चंद्रमा की शांति और स्थिरता का वाहक माना गया है।

प्राकृतिक मोती का ज्योतिषीय महत्व:
चंद्रमा हमारे मन, भावनाओं और विचारों को नियंत्रित करता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्र कमजोर होता है या चंद्र दोष पाया जाता है, तो व्यक्ति में मानसिक अशांति, अवसाद, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन और भावनात्मक अस्थिरता देखी जाती है। ऐसे में समुद्री मोती धारण करने से चंद्रमा को बल मिलता है और मानसिक शांति की अनुभूति होती है।

समुद्री मोती की उत्पत्ति और संरचना:
प्राकृतिक मोती समुद्री सीपियों (Oysters) के भीतर बनते हैं। जब कोई बाहरी कण सीपी के अंदर चला जाता है, तो सीपी अपने बचाव में एक चिकनी परत (nacre) उस कण पर बनाना शुरू कर देती है। समय के साथ यह परतें जमा होती जाती हैं और एक चमकदार मोती का निर्माण होता है। यही कारण है कि यह रत्न प्राकृतिक और जैविक रूप से अत्यंत कीमती माना जाता है।


प्रमुख लाभ (Benefits of Natural Pearl)

  1. मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन:
    मोती का सबसे प्रमुख लाभ यह है कि यह मन को शांति प्रदान करता है। यह व्यक्ति को क्रोध, तनाव, डर और चिंता जैसी नकारात्मक भावनाओं से मुक्त करता है।
  2. अनिद्रा और बेचैनी में राहत:
    यदि किसी को नींद की समस्या है या मन स्थिर नहीं रहता, तो मोती धारण करना लाभदायक सिद्ध होता है। यह मानसिक गतिविधियों को संतुलित करता है।
  3. सौम्यता और आकर्षण का विकास:
    मोती पहनने वाले व्यक्ति में एक विशेष सौम्यता, शिष्टता और आंतरिक चमक विकसित होती है। यह व्यक्ति के व्यक्तित्व को आकर्षक बनाता है।
  4. मां-बेटे के संबंधों को मजबूत करता है:
    चंद्रमा मातृत्व का प्रतिनिधित्व करता है। मोती पारिवारिक संबंधों, विशेष रूप से मां और संतान के बीच प्रेम को बढ़ाता है।
  5. त्वचा और आंखों की समस्याओं में लाभकारी:
    मोती त्वचा संबंधित रोगों, एलर्जी, आंखों की जलन या थकान में लाभ देता है। कुछ आयुर्वेदिक औषधियों में मोती भस्म का प्रयोग किया जाता है।
  6. धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ:
    मोती का प्रयोग ध्यान और साधना में मानसिक एकाग्रता बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। यह आत्मा की शुद्धता और आंतरिक शांति के लिए शुभ माना जाता है।

मोती पहनने के नियम (How to Wear Natural Pearl)

धारण करने का शुभ दिन:
सोमवार को चंद्र देव का दिन माना जाता है। इसलिए मोती को सोमवार के दिन सूर्योदय से पहले धारण करना शुभ होता है।

उंगली और धातु:
प्राकृतिक मोती को चांदी की अंगूठी में बनवाकर दाहिने हाथ की सबसे छोटी उंगली (कनिष्ठा) में पहनना चाहिए।

प्रवेश विधि:

  • पहनने से पहले अंगूठी को कच्चे दूध, गंगाजल और शहद के मिश्रण में 20-30 मिनट तक रखें।
  • फिर “ॐ सों सोमाय नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।
  • इसके बाद अंगूठी को साफ जल से धोकर दाहिने हाथ में धारण करें।

अनुष्ठान और पूजा:
पहनने से पहले मोती को चंद्र यंत्र के साथ स्थापित करके पूजा करें और भगवान शिव अथवा चंद्र देवता का आशीर्वाद लें।


कैसे पहचानें असली समुद्री मोती?

  1. चमक:
    असली मोती की चमक अंदर से आती है, जबकि नकली मोती केवल सतही चमक रखते हैं।
  2. सतह की बनावट:
    असली मोती पर हल्के दाग या खुरदुरापन हो सकता है, जो उसकी प्राकृतिक उत्पत्ति का प्रमाण है।
  3. दाँत से जांच:
    जब असली मोती को दांतों से हल्के से रगड़ा जाए, तो वह थोड़ा खुरदुरा लगता है। नकली मोती चिकना महसूस होता है।
  4. वजन:
    असली मोती अपेक्षाकृत भारी होता है।
  5. पानी में परीक्षण:
    असली मोती पानी में डालने पर तैरता नहीं, बल्कि थोड़ा नीचे बैठता है।

समुद्री मोती किसके लिए उपयुक्त है?

  • जिनकी कुंडली में चंद्रमा पीड़ित हो
  • जो मानसिक तनाव, अवसाद या चिंता से ग्रसित हों
  • विद्यार्थियों, ध्यान-साधना करने वालों और कलाकारों के लिए
  • महिलाओं के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी माना गया है
  • शांति और प्रेमपूर्ण जीवन जीने की चाह रखने वाले लोगों के लिए

सावधानियाँ

  • मोती धारण करने से पहले योग्य ज्योतिषी से कुंडली जांच अवश्य कराएं।
  • नकली मोती पहनने से लाभ नहीं बल्कि हानि हो सकती है।
  • मोती को गिरने या खरोंच से बचाएं।
  • इसे समय-समय पर शुद्ध जल से साफ करें और अच्छे से सुरक्षित रखें।

निष्कर्ष

समुद्री मोती न केवल एक सुंदर रत्न है, बल्कि यह मानसिक शांति, आत्मिक संतुलन और भावनात्मक मजबूती का प्रतीक भी है। यह रत्न उन लोगों के लिए अत्यंत शुभ है, जो जीवन में स्थिरता, शांति और मधुरता चाहते हैं। चंद्रमा की कृपा प्राप्त करने और मन को शांत रखने के लिए मोती एक उत्तम विकल्प है।

चाहे आप इसे ज्योतिषीय लाभ के लिए पहनें या आभूषण के रूप में, प्राकृतिक मोती आपको मानसिक सुकून और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। इसका सही तरीके से धारण किया गया मोती जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान बन सकता है।

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